थोड़े से व्यस्त रहने लगे हो, लगता है एहसासों से परे रहने लगे हो,।। थोड़े से व्यस्त रहने लगे हो, लगता है एहसासों से परे रहने लगे हो,।।
दे के समय अपना अपने पौधों को बनाए वृक्ष ताकि उनकी छाँव में रह सकें आपके अपने दे के समय अपना अपने पौधों को बनाए वृक्ष ताकि उनकी छाँव में रह सकें आपके अपने
उसके आँसू पोछने वाला दुनिया मे कोई नहीं अब बचा था !! उसके आँसू पोछने वाला दुनिया मे कोई नहीं अब बचा था !!
सूचित किया -- " स्थानाभाव के कारण, आपकी रचना का सदुपयोग नहीं कर पा रहे हैं , इसीलिए , ... सूचित किया -- " स्थानाभाव के कारण, आपकी रचना का सदुपयोग नहीं कर पा रहे...
उसकी चाहत से उसकी जरूरत मै बन गई. उसकी चाहत से उसकी जरूरत मै बन गई.
यथार्थ...। यथार्थ...।